रखवाला एक ऐसे इन्सान की कहानी है जो सब की रक्षा करता था लेकिन उसकी रक्षा शायद भवान ने भी नहीं की।
दुनिया में माँ बच्चे की सेवा करती है मगर हमारी कहानी में मासूम मिनी अपनी पागल माँ किरण को हर रोज़ तैयार करती है और स्कूल जाती है-स्कूल में बच्चे उसे उसके पापा के बारे में ताने देते हैं। एक दिन वो अपने पापा की खोज में शहर निकल पड़ती है-वहाँ उसे पता चलता है कि उसका पापा ढूंढने के लिए सिर्फ़ विक्रम जो इस कहानी का हीरो है, ही उसकी मदद कर सकता है। वो अपनी दुःख भरी कहानी विक्रम को सुनाती है।
विक्रम की कहानी भी मिनी से मिलती जुलती है वो उसे अपनी बच्ची से भी ज्यादा प्यार करने लगता है, जो उसकी महबूबा रामटकी को एक आँख नहीं भाता।
जगांनिया और रंजित बिलडिगों के सिलसिले में एक दूसरे के जानी दुश्मन है जगांनिया हर बार रंजीत से बाज़ी मार ले जाता है।
मगर जब विक्रम रंजित का साथ देना शुरू कर देता है तो पांसे पलट जाते हैं। हर सौदे में रंजीत की ही जीत होती है।
काम देवतना का पुजारी इन्स्पैक्टर धर्मराज जगांनिया की पतिव्रता पत्नी का बलात्कार कर देता है। उसमें जगांनिया की मर्ज़ी भी शामिल है। ये दुर्घटना विक्रम (बच्चा) अपनी आँखों से देखता है। उसकी आँखों में अपने बाप जगांनिया के खिलाफ़ नफरत की ज्वाला दौड़ने लगती है।
विक्रम मिनी की माँ किरण को अस्पताल में देखता है और उसे अपनी माँ की याद आ जाती है। मिनी रंजीत की ही बेटी है विक्रम रंजीत से इलतेजा करता है कि वो अपनी बेटी को अपना ले मगर वो साफ़ इनकार कर देता है।
यही वजह है कि विक्रम रंजीत का साथ देता है-इस मौका का फ़ायदा उठा कर जगांनिया रंजीत की बीवी रेखा और उसकी बच्ची प्रीति को अगवा कर लेता है, उनको रिहा करने के इवज में रंजीत से पैसे माँगता है। ऐन मौके पर विक्रम फ़रिश्ते की तरह वहाँ पहुँच जाता है और माँ बेटी को जगांनिया के चंगुल से छुड़ा देता है। पागल किरण अस्पताल से भाग जाती है। जगांनिया उसका बलात्कार करना चाहता है मगर वो भाग कर एक आश्रम में घुस आती है जहाँ उसकी मुलाकात जगांनिया की बीवी जानकी से होती है।
किरण का पीछा करता हुआ जगांनिया भी वहाँ पहुँच जाता है वहाँ अपनी बीवी को जिंदा पाकर बहुत हैरान होता है। किरण को वहाँ से जबरदस्ती उठा कर ले जाता है। किरण चलती हुई गाड़ी से गिर पड़ती है, उसका एकसीडैन्ट हो जाता है। वहीं उसकी बेटी मिनी और उसका बाप भी पहुँच जाते हैं।
क्या विक्रम मिनी को उसका हक दिला सका?
किरण और जानकी का क्या हश्र हुआ?
विक्रम ने अपने बाप के साथ क्या सलूक किया?
ये जब कुछ जानने के लिए आपको रखवाला जैसी मसाली फिल्म जरूर देखना होगा।
(From the official press booklets)